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पूजा और प्रसाद वितरण
सकारात्मक ऊर्जा, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए 25 जनवरी से 12 फरवरी 2025 तक महामृत्युंजय महायज्ञ कराएं।
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प्रसाद वितरण(* केवल भारत में उपलब्ध है)
4.9
आपके मन को शांति, उद्देश्य और नई ऊर्जा का अनुभव होगा।
यज्ञ की ऊर्जा आपके शरीर और मन को रोगों से मुक्त कर नई शक्ति प्रदान करेगी।
ग्रह दोष, बाधाओं और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलेगी।
शुद्ध हृदय और निष्ठा के साथ, अपनी हर इच्छा को पूर्ण करें।
अपने पूर्वजों की आत्मा को शांति दें और उनके आशीर्वाद को अपने जीवन में प्राप्त करें।
यह यज्ञ अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पूरीजी महाराज, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनीजी के दिव्य मार्गदर्शन में अर्जी वाले हनुमान जी मंदिर में, पूर्ण महाकुंभ, प्रयागराज के पावन अवसर पर आयोजित किया जा रहा है।
महामृत्युंजय महायज्ञ के बारे में:
यह यज्ञ केवल एक कर्मकांड नहीं, बल्कि आपकी आत्मा और जीवन को पुनर्जीवित करने का एक दिव्य साधन है। भगवान शिव को समर्पित, यह महायज्ञ महामृत्युंजय मंत्र के माध्यम से आपके जीवन को रोगों, नकारात्मक शक्तियों और बाधाओं से मुक्त कर अमृतमय आशीर्वाद प्रदान करता है।
महामृत्युंजय महायज्ञ में भाग लेने से इस आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। यह अवसर आपके जीवन को बदलने और मोक्ष प्राप्ति की ओर बढ़ने का द्वार है।
आपके लिए आह्वान:
इस स्वर्णिम अवसर को खोने मत दीजिए। महामृत्युंजय महायज्ञ में आहुति देकर अपने और अपने परिवार के लिए भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त करें। यह दुर्लभ अवसर बार-बार नहीं आता।
अभी पंजीकरण करें और अपने जीवन को दिव्य प्रकाश और शांति से भरें।
“महामृत्युंजय महायज्ञ के दिव्य अनुभव से अपने जीवन को बदलें और भगवान शिव की कृपा से अपने भाग्य को चमकाएँ।”
पूर्ण महाकुंभ का महत्व:
पूर्ण महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह ब्रह्मांडीय ऊर्जा का संगम है। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्नान और यज्ञ में भाग लेना आपके जीवन को कर्मों के बंधन से मुक्त करता है।
ऐसा विश्वास है कि इन नदियों में स्नान करने से व्यक्ति अपने समस्त पापों से मुक्ति पाता है और जीवन में शुद्धता एवं आत्मा की शांति प्राप्त करता है।
यह आयोजन केवल धार्मिक क्रियाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपराओं और वैदिक ज्ञान को समझने का अवसर भी प्रदान करता है। महाकुंभ में संत, महात्मा, विद्वान और श्रद्धालु मिलकर आध्यात्मिक ऊर्जा और ज्ञान का आदान-प्रदान करते हैं।
सामाजिक दृष्टि से यह आयोजन जाति, धर्म और वर्ग से परे सभी लोगों को एक समानता के सूत्र में बांधता है, जो समाज में सांस्कृतिक एकता और धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देता है।
पूर्ण महाकुंभ न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सनातन धर्म के गौरव को भी विश्व स्तर पर प्रदर्शित करता है।
Via Veda एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो आपको धार्मिक सेवाओं का लाभ उठाने का अवसर देता है। इसके माध्यम से आप गौसेवा, चढ़ावा सेवा, अन्नदान, और मंदिरों के पुनर्निर्माण में योगदान दे सकते हैं। साथ ही, आप अनुभवी ज्योतिषियों से परामर्श कर कुंडली, अंक ज्योतिष और वास्तु जैसी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
पूजा के दिन मानसिक और शारीरिक शुद्धता का ध्यान रखें, ब्रह्मचर्य का पालन करें और इष्टदेव का स्मरण करें। पूजा की प्रक्रिया के बारे में आपको पहले से सूचित किया जाएगा, और पूजा के बाद इसका रिकॉर्डेड वीडियो आपको भेजा जाएगा।
यदि आपको पूजा से संबंधित अधिक जानकारी चाहिए, तो आप Via Veda के कस्टमर सपोर्ट नंबर +91 98109 86076 पर संपर्क कर सकते हैं। हमारी टीम आपकी हर संभव सहायता के लिए तत्पर है।
Via Veda एक भरोसेमंद मंच है जो आपको घर बैठे पूजा करने का अवसर प्रदान करता है। आपकी पूजा बुकिंग के बाद, योग्य पुजारियों द्वारा शुभ मुहूर्त में अनुष्ठान संपन्न किया जाता है। इसके बाद, आपके दिए गए पते पर प्रसाद और पुजारी जी द्वारा आपके नाम और गोत्र से की गई पूजा का वीडियो आपके रजिस्टर्ड व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
पूजा बुक होने के बाद, हमारी टीम 24 घंटों के अंदर आपसे संपर्क करेगी और आपका नाम, गोत्र आदि की जानकारी लेगी। आप टीम से पूजा से जुड़ी अन्य जानकारियाँ भी प्राप्त कर सकते हैं।
ऑफलाइन और ऑनलाइन पूजा की प्रक्रिया में ज्यादा अंतर नहीं है। दोनों में ही पुजारी आपके नाम और गोत्र से अनुष्ठान करते हैं। अंतर यह है कि ऑफलाइन पूजा में आपको स्वयं मंदिर जाना पड़ता है, जबकि ऑनलाइन पूजा में आप घर बैठे यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। पूजा का रिकॉर्डेड वीडियो आपको बाद में भेज दिया जाएगा।
हाँ, Via Veda द्वारा करवाई गई पूजा के बाद आपको उसका रिकॉर्डेड वीडियो आपके दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
चढ़ावा सेवा में आप भारत के प्राचीन मंदिरो, शक्तिपीठो में अपने नाम से चढ़ावा/ श्रृंगार/ भोग आदि अर्पित कर सकते है।