पूजा चुनें
पूजा का चयन करें
भुगतान विवरण
संकल्प फॉर्म
पूजा और प्रसाद वितरण
सिद्ध नील सरस्वती यज्ञ के माध्यम से प्राप्त करें ज्ञान, बुद्धि और करियर में सफलता
पूजा वीडियो प्राप्त करें
प्रसाद वितरण(* केवल भारत में उपलब्ध है)
4.7
संकल्प के समय, पंडित जी 1 भक्त का नाम और गोत्र श्रद्धापूर्वक उच्चारित करेंगे।
विशेष सेवाएँ: आप वस्त्र दान, गौ सेवा या चढ़ावा सेवा जैसी विशेष सेवाओं को अपने नाम से जोड़ सकते हैं।
पूजा और अर्पण का पूरा वीडियो आपके व्हाट्सएप नंबर पर साझा किया जाएगा।
8–10 दिनों के भीतर, आपको प्रसाद, रक्षा सूत्र और अन्य पवित्र वस्तुओं से युक्त दिव्य आशीर्वाद बॉक्स नि:शुल्क Via Veda द्वारा आपके पते पर भेजा जाएगा।
संकल्प के समय, पंडित जी 2 भक्तों के नाम और गोत्र श्रद्धापूर्वक उच्चारित करेंगे।
विशेष सेवाएँ: आप वस्त्र दान, गौ सेवा या चढ़ावा सेवा जैसी विशेष सेवाओं को अपने नाम से जोड़ सकते हैं।
पूजा और अर्पण का पूरा वीडियो आपके व्हाट्सएप नंबर पर साझा किया जाएगा।
8–10 दिनों के भीतर, आपको प्रसाद, रक्षा सूत्र और अन्य पवित्र वस्तुओं से युक्त दिव्य आशीर्वाद बॉक्स नि:शुल्क Via Veda द्वारा आपके पते पर भेजा जाएगा।
संकल्प के समय, पंडित जी 6 भक्तों के नाम और गोत्र श्रद्धापूर्वक उच्चारित करेंगे।
विशेष सेवाएँ: आप वस्त्र दान, गौ सेवा या चढ़ावा सेवा जैसी विशेष सेवाओं को अपने नाम से जोड़ सकते हैं।
पूजा और अर्पण का पूरा वीडियो आपके व्हाट्सएप नंबर पर साझा किया जाएगा।
8–10 दिनों के भीतर, आपको प्रसाद, रक्षा सूत्र और अन्य पवित्र वस्तुओं से युक्त दिव्य आशीर्वाद बॉक्स नि:शुल्क Via Veda द्वारा आपके पते पर भेजा जाएगा।
संकल्प : पूजा के दौरान, पंडित जी भक्तों का नाम और गोत्र श्रद्धापूर्वक उच्चारित करेंगे।
विशेष सेवाएँ: वस्त्र दान, गौ सेवा या चढ़ावा सेवा जैसी पूज्यनीय सेवाओं का चयन कर अपनी आस्था को और विशेष बनाएं—आपके नाम से संपन्न की जाएगी।
निजी पूजा वीडियो: आपकी पूजा और अर्पण का उच्च गुणवत्ता वाला वीडियो आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
आशीर्वाद बॉक्स: 8–10 दिनों में, दिव्य आशीर्वाद बॉक्स—जिसमें प्रसाद, रक्षा सूत्र और अन्य पवित्र सामग्री होगी—Via Veda द्वारा नि:शुल्क आपके पते पर भेजा जाएगा।
यह यज्ञ मन को शांत और स्थिर बनाता है, जिससे पढ़ाई या कार्य के दौरान ध्यान केंद्रित रखना आसान हो जाता है। नियमित साधना से स्मरण शक्ति प्रबल होती है और किसी भी विषय या जानकारी को लंबे समय तक याद रखने की क्षमता बढ़ती है। मानसिक स्पष्टता आने से पढ़ाई, शोध या रचनात्मक कार्यों में श्रेष्ठ परिणाम मिलते हैं।
सिद्ध नील सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने से व्यक्ति की निर्णय लेने की क्षमता, तार्किक सोच और विश्लेषण करने की शक्ति में अद्भुत वृद्धि होती है। यह साधना जीवन की कठिन परिस्थितियों में सही और त्वरित निर्णय लेने में मदद करती है तथा समस्या समाधान की क्षमता को मजबूत करती है।
यह यज्ञ विशेष रूप से विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए वरदान समान है। साधना से एकाग्रता बढ़ती है, पढ़ाई में मन लगता है और परीक्षा में अच्छे अंक एवं रैंक प्राप्त करने की संभावना बढ़ जाती है।
यह अनुष्ठान प्रोफेशनल जीवन में नए अवसरों के द्वार खोलता है। पदोन्नति, सम्मान, और उच्च पद प्राप्त करने में सहायक है। नौकरी में स्थिरता लाने, कार्यस्थल पर सम्मान पाने और करियर को दीर्घकालीन सफलता की ओर अग्रसर करने के लिए यह यज्ञ अत्यंत फलदायी माना जाता है।
सिद्ध नील सरस्वती यज्ञ एक अत्यंत शक्तिशाली और दुर्लभ आध्यात्मिक अनुष्ठान है, जो माँ सरस्वती के नील सरस्वती स्वरूप को समर्पित है। सामान्यत: जिनका पूजन शांत, श्वेत वस्त्रधारी रूप में किया जाता है, नील सरस्वती उसका उग्र और गतिशील स्वरूप है। यह रूप न केवल परम ज्ञान प्रदान करता है, बल्कि संरक्षण, साहस, और शिक्षा एवं करियर में आने वाली बाधाओं को दूर करने की शक्ति भी देता है।
इस यज्ञ में मंत्रोच्चार, हवन (अग्नि अनुष्ठान), और साधना के माध्यम से नील सरस्वती का आह्वान किया जाता है, जिससे साधक को ज्ञान, स्पष्ट चिंतन, और शिक्षा व पेशेवर जीवन में अडिग आत्मविश्वास का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इस पूजा की विशेषताएँ:
वेदों में पारंगत, सरस्वती मंत्रों में दक्ष पंडितों द्वारा संपन्न
शक्तिशाली नील सरस्वती स्तोत्रों और बीज मंत्रों का पाठ
साधक के नाम से व्यक्तिगत संकल्प लेकर अनुष्ठान
मन और बुद्धि को ऊर्जा प्रदान करने के लिए पवित्र हवन सामग्री का अर्पण
आस्था और मान्यता:
मान्यता है कि श्रद्धा और विश्वास के साथ यह यज्ञ करने से स्मरण शक्ति, एकाग्रता, और विश्लेषण क्षमता में अद्भुत वृद्धि होती है। यह न केवल विद्यार्थियों को पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम दिलाने में सहायक है, बल्कि प्रोफेशनल्स को पदोन्नति, पहचान और करियर में स्थिरता प्राप्त करने में भी मदद करता है।
काशी (वाराणसी) का सरस्वती मंदिर माँ सरस्वती को समर्पित एक अत्यंत पूजनीय मंदिर है। माता सरस्वती को विद्या, ज्ञान और कला की देवी माना जाता है। भारत की आध्यात्मिक राजधानी काशी में स्थित यह मंदिर देशभर से श्रद्धालुओं, विद्वानों और ज्ञान के साधकों को आकर्षित करता है।
मुख्य विशेषताएँ:
प्रधान देवी: माँ सरस्वती, जिनके हाथ में वीणा है, जो ज्ञान और संगीत के सामंजस्य का प्रतीक है।
महत्व: यहाँ पूजा करने से अज्ञान का नाश होता है, दिव्य ज्ञान की प्राप्ति होती है और वाणी एवं रचनात्मकता में निखार आता है।
आस्था: विद्यार्थी, शिक्षक, कलाकार और पेशेवर यहाँ आकर शिक्षा, कला, संगीत और संवाद में उत्कृष्टता के लिए आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
सांस्कृतिक जुड़ाव: यह मंदिर काशी की प्राचीन विद्या परंपरा का प्रतीक है, जहाँ सदियों से संत, कवि और दार्शनिक शिक्षा व साधना के लिए आते रहे हैं।
विशेष अवसर:
वसंत पंचमी – माँ सरस्वती के जन्मदिवस के रूप में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। इस दिन विशेष पूजा, भजन और सफेद फूल व मिठाइयों का भोग अर्पित किया जाता है।
नवरात्रि – शारदीय और चैत्र नवरात्रि के दौरान यहाँ विशेष प्रार्थना और अनुष्ठान होते हैं।
Via Veda एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो आपको धार्मिक सेवाओं का लाभ उठाने का अवसर देता है। इसके माध्यम से आप गौसेवा, चढ़ावा सेवा, अन्नदान, और मंदिरों के पुनर्निर्माण में योगदान दे सकते हैं। साथ ही, आप अनुभवी ज्योतिषियों से परामर्श कर कुंडली, अंक ज्योतिष और वास्तु जैसी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
पूजा के दिन मानसिक और शारीरिक शुद्धता का ध्यान रखें, ब्रह्मचर्य का पालन करें और इष्टदेव का स्मरण करें। पूजा की प्रक्रिया के बारे में आपको पहले से सूचित किया जाएगा, और पूजा के बाद इसका रिकॉर्डेड वीडियो आपको भेजा जाएगा।
यदि आपको पूजा से संबंधित अधिक जानकारी चाहिए, तो आप Via Veda के कस्टमर सपोर्ट नंबर +91 9667633379 पर संपर्क कर सकते हैं। हमारी टीम आपकी हर संभव सहायता के लिए तत्पर है।
Via Veda एक भरोसेमंद मंच है जो आपको घर बैठे पूजा करने का अवसर प्रदान करता है। आपकी पूजा बुकिंग के बाद, योग्य पुजारियों द्वारा शुभ मुहूर्त में अनुष्ठान संपन्न किया जाता है। इसके बाद, आपके दिए गए पते पर प्रसाद और पुजारी जी द्वारा आपके नाम और गोत्र से की गई पूजा का वीडियो आपके रजिस्टर्ड व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
पूजा बुक होने के बाद, हमारी टीम 24 घंटों के अंदर आपसे संपर्क करेगी और आपका नाम, गोत्र आदि की जानकारी लेगी। आप टीम से पूजा से जुड़ी अन्य जानकारियाँ भी प्राप्त कर सकते हैं।
ऑफलाइन और ऑनलाइन पूजा की प्रक्रिया में ज्यादा अंतर नहीं है। दोनों में ही पुजारी आपके नाम और गोत्र से अनुष्ठान करते हैं। अंतर यह है कि ऑफलाइन पूजा में आपको स्वयं मंदिर जाना पड़ता है, जबकि ऑनलाइन पूजा में आप घर बैठे यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। पूजा का रिकॉर्डेड वीडियो आपको बाद में भेज दिया जाएगा।
हाँ, Via Veda द्वारा करवाई गई पूजा के बाद आपको उसका रिकॉर्डेड वीडियो आपके दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
चढ़ावा सेवा में आप भारत के प्राचीन मंदिरो, शक्तिपीठो में अपने नाम से चढ़ावा/ श्रृंगार/ भोग आदि अर्पित कर सकते है।
WhatsApp us