पूजा चुनें
पूजा का चयन करें
भुगतान विवरण
संकल्प फॉर्म
पूजा और प्रसाद वितरण
जीवन मे प्रेम, शांति, सफलता और मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए।
पूजा वीडियो प्राप्त करें
4.4
माता रानी श्रृंगार अर्पण सेवा आपके संबंधों में मिठास और प्रेम का संचार करती है। परिवार में सौहार्द और सहयोग को बढ़ावा मिलता है, जिससे रिश्तों में प्रेम और विश्वास का भाव प्रबल होता है।
इस पवित्र सेवा का आशीर्वाद करियर में सफलता की नई ऊँचाइयों को छूने में सहायक सिद्ध होता है। कार्यक्षेत्र में सम्मान, पदोन्नति, और प्रतिष्ठा प्राप्त होती है।
माता रानी श्रृंगार अर्पण सेवा स्वास्थ्य में सुधार लाती है और रोगों को समाप्त करती है। यह सेवा आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य और समृद्धि की रक्षा करती है।
यह सेवा आपके घर और परिवेश को शुद्ध करती है। माता रानी श्रृंगार अर्पण सेवा से घर में सकारात्मकता का संचार होता है, जिससे वातावरण पवित्र और सुखदायक बनता है।
माता रानी श्रृंगार अर्पण सेवा एक दिव्य और विशेष सेवा है जो जीवन में शांति, सौभाग्य, और सकारात्मकता का संचार करती है। इस सेवा में माता रानी का सौंदर्यपूर्ण श्रृंगार किया जाता है, जिसमें ताजे फूल, चंदन, आभूषण, और सुंदर वस्त्र अर्पित किए जाते हैं।
श्रद्धा और भक्ति के इस समर्पण से माता रानी को प्रसन्न किया जाता है और उनके पवित्र आशीर्वाद को प्राप्त किया जाता है। यह सेवा नकारात्मकता को दूर करती है, घर-परिवार में सुख-शांति लाती है और व्यक्तिगत जीवन में उन्नति का मार्ग प्रशस्त करती है।
माता रानी के चरणों में की गई यह सेवा न केवल मन को शांत करती है, बल्कि रिश्तों में प्रेम, करियर में सफलता, और घर में समृद्धि का संचार भी करती है।
अंबाबाई मंदिर, जिसे महालक्ष्मी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, महाराष्ट्र के कोल्हापुर शहर में स्थित है। यह मंदिर देवी महालक्ष्मी को समर्पित है, जो धन, वैभव और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं। इस मंदिर का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व अत्यधिक है और इसे देश के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक माना जाता है।
मंदिर का इतिहास:
यह मंदिर लगभग 7वीं शताब्दी में चालुक्य वंश के राजा कर्णदेव द्वारा बनवाया गया था। यह दक्षिण भारतीय स्थापत्य शैली में निर्मित है, और इसके बाद के वर्षों में कई राजाओं द्वारा इसका विस्तार और पुनर्निर्माण किया गया।
मंदिर के गर्भगृह में मां महालक्ष्मी की मूर्ति स्थापित है, जो काले पत्थर से बनी है और लगभग 3 फीट ऊंची है। देवी की चार भुजाओं में शंख, चक्र, गदा और कमल हैं। ऐसा माना जाता है कि यह मूर्ति स्वयंसिद्ध है, अर्थात इसे किसी मानव द्वारा नहीं बल्कि स्वाभाविक रूप से उत्पन्न किया गया है।
पौराणिक कथा:
पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार ऋषि भृगु के मन में यह जानने की इच्छा उत्पन्न हुई की त्रिमूर्ति में सबसे श्रेष्ठ कौन है? सबसे पहले वे ब्रह्मा जी के पास गए और उनका अपमान किया जिससे ब्रह्मा जी क्रोधित हो गए। फिर वे शिव जी के पास गए लेकिन नंदी ने उन्हें रोक दिया जिससे क्रोधित होकर ऋषि भृगु ने शिव जी को श्राप दिया। अंत में वे भगवान विष्णु के पास पहुंचे और उनकी छाती पर प्रहार किया, तब भगवान विष्णु ने बिना किसी क्रोध के भृगु ऋषि से क्षमा मांगी। इस घटना से देवी महालक्ष्मी क्रोधित हो गईं और वैकुंठ छोड़कर कोल्हापुर में आकर कठोर तपस्या करने लगीं। बाद में, भगवान विष्णु ने वेंकट चलपति का रूप धारण कर देवी का क्रोध शांत किया और उन्हें वापस वैकुंठ ले गए। इस घटना के बाद से कोल्हापुर स्थित महालक्ष्मी मंदिर का विशेष महत्व हो गया। यहाँ महापूजा और हवन करवाने से देवी की कृपा से सभी प्रकार की समस्याओं का निवारण होता है और जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है।
धार्मिक महत्व:
अंबाबाई मंदिर एक शक्तिपीठ के रूप में प्रतिष्ठित है, जहाँ मां महालक्ष्मी की उपासना विशेष रूप से धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए की जाती है। मंदिर का धार्मिक महत्व महाभारत और पुराणों में वर्णित है, जहाँ इसे देवी शक्ति के प्रमुख स्थलों में गिना गया है। इस मंदिर का उल्लेख स्कंद पुराण, पद्म पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में भी मिलता है।
Via Veda एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो आपको धार्मिक सेवाओं का लाभ उठाने का अवसर देता है। इसके माध्यम से आप गौसेवा, अन्नदान, और मंदिरों के पुनर्निर्माण में योगदान दे सकते हैं। साथ ही, आप अनुभवी ज्योतिषियों से परामर्श कर कुंडली, अंक ज्योतिष और वास्तु जैसी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
पूजा के दिन मानसिक और शारीरिक शुद्धता का ध्यान रखें, ब्रह्मचर्य का पालन करें और इष्टदेव का स्मरण करें। पूजा की प्रक्रिया के बारे में आपको पहले से सूचित किया जाएगा, और पूजा के बाद इसका रिकॉर्डेड वीडियो आपको भेजा जाएगा।
यदि आपको पूजा से संबंधित अधिक जानकारी चाहिए, तो आप Via Veda के कस्टमर सपोर्ट नंबर +91 98109 86076 पर संपर्क कर सकते हैं। हमारी टीम आपकी हर संभव सहायता के लिए तत्पर है।
Via Veda एक भरोसेमंद मंच है जो आपको घर बैठे पूजा करने का अवसर प्रदान करता है। आपकी पूजा बुकिंग के बाद, योग्य पुजारियों द्वारा शुभ मुहूर्त में अनुष्ठान संपन्न किया जाता है। इसके बाद, आपके दिए गए पते पर प्रसाद और पुजारी जी द्वारा आपके नाम और गोत्र से की गई पूजा का वीडियो आपके रजिस्टर्ड व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
पूजा बुक होने के बाद, हमारी टीम 24 घंटों के अंदर आपसे संपर्क करेगी और आपका नाम, गोत्र आदि की जानकारी लेगी। आप टीम से पूजा से जुड़ी अन्य जानकारियाँ भी प्राप्त कर सकते हैं।
ऑफलाइन और ऑनलाइन पूजा की प्रक्रिया में ज्यादा अंतर नहीं है। दोनों में ही पुजारी आपके नाम और गोत्र से अनुष्ठान करते हैं। अंतर यह है कि ऑफलाइन पूजा में आपको स्वयं मंदिर जाना पड़ता है, जबकि ऑनलाइन पूजा में आप घर बैठे यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। पूजा का रिकॉर्डेड वीडियो आपको बाद में भेज दिया जाएगा।
हाँ, Via Veda द्वारा करवाई गई पूजा के बाद आपको उसका रिकॉर्डेड वीडियो आपके दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।