पूजा चुनें
पूजा का चयन करें
भुगतान विवरण
संकल्प फॉर्म
पूजा और प्रसाद डिलिवरी
अगर आपकी कोई संपत्ति कानूनी विवाद में फंसी हुई है या किसी के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर ली गई है, तो यह यज्ञ आपको न्याय और विजयदिलाने में सहायक होगा।
मां वाराही की कृपा से अटकी हुई संपत्ति को प्राप्त करने में सहायता मिलती है और संपत्ति खरीदने या बेचने में आ रही रुकावटें दूर होती हैं।
अगर आपके व्यापार, घर या परिवार में किसी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा या काला जादू की बाधाएं बनी हुई हैं, तो यह यज्ञ उन नकारात्मक शक्तियों को नष्ट कर देता है।
मां वाराही देवी महालक्ष्मी का स्वरूप भी मानी जाती हैं, इसलिए उनकी पूजा से अचानक धन की प्राप्ति, आर्थिक स्थिति में सुधार और व्यापार में उन्नति होती है।
अगर आपकी कुंडली में राहु, केतु, शनि या मंगल ग्रहों के दोष हैं, तो यह यज्ञ इन बाधाओं को दूर करने में मदद करता है।
वाराही यज्ञ से पारिवारिक कलह समाप्त होती है, संबंधों में मधुरता आती है, और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यदि आप भी संपत्ति विवादों, कानूनी परेशानियों या शत्रु बाधाओं से परेशान हैं, तो वाराही यज्ञ कराएं और मां वाराही की कृपा से अपना जीवन सुखमय बनाएं।
मां वाराही सप्त मातृकाओं (सात दिव्य माताओं) में से एक हैं और भगवान विष्णु के वराह अवतार की शक्ति स्वरूपा मानी जाती हैं। उन्हें ध्रूमा वाराही, योगिनी वाराही और संहार की देवी भी कहा जाता है। मां वाराही की उपासना विशेष रूप से शक्तिवाद (शाक्त परंपरा) के अनुयायियों द्वारा की जाती है, जो उनकी असीम शक्ति और संरक्षणकारी स्वरूप में विश्वास रखते हैं।
मां वाराही की पौराणिक कथा मां वाराही की कथा देवी दुर्गा और महिषासुर के युद्ध से जुड़ी हुई है। जब असुर महिषासुर ने अपने तपोबल से भगवान ब्रह्मा से अमरत्व का वरदान प्राप्त कर लिया, तब उसने तीनों लोकों में अत्याचार करना शुरू कर दिया। देवताओं ने मिलकर मां दुर्गा का आह्वान किया, और उन्होंने अपनी शक्तियों से मां वाराही को उत्पन्न किया। मां वाराही ने नौ दिनों तक महिषासुर के साथ युद्ध किया और अपने त्रिशूल से उसका संहार किया। यह विजय दशहरे के रूप में मनाई जाती है, और इसी कारण मां वाराही को रक्षा, विजय और न्याय की देवी कहा जाता है। वे भगवान विष्णु के वराह अवतार की शक्ति भी मानी जाती हैं, जिन्होंने दानव हिरण्याक्ष का वध कर पृथ्वी को जल से बाहर निकाला था। मां वाराही को मां लक्ष्मी और मां पृथ्वी का स्वरूप भी माना जाता है, इसलिए उनकी पूजा धन, समृद्धि और सुरक्षा प्रदान करने वाली होती है। संपत्ति विवाद निवारक वाराही यज्ञ – मां वाराही की कृपा से सफलता प्राप्त करें अगर आप संपत्ति विवाद, कानूनी झगड़े, शत्रु बाधाएं, व्यापार में रुकावटें या नकारात्मक ऊर्जाओं से परेशान हैं, तो मां वाराही की कृपा से संपत्ति विवाद निवारक वाराही यज्ञ कराएं। यज्ञ की महिमा और लाभ भूमि, संपत्ति और कानूनी विवादों का समाधान: अगर आपकी संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है या कोर्ट केस में दिक्कतें आ रही हैं, तो यह यज्ञ कानूनी मामलों में सफलता दिलाने में सहायक होता है। शत्रुओं एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा: मां वाराही को रक्षा और विजय की देवी माना जाता है। उनकी कृपा से शत्रुओं से बचाव और बुरी शक्तियों का नाश होता है। आर्थिक समृद्धि और व्यापार में वृद्धि: मां वाराही की कृपा से व्यापार में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं, और व्यवसाय में स्थायित्व व वृद्धि होती है। अकाल मृत्यु और दुर्घटनाओं से बचाव: मां वाराही की उपासना से व्यक्ति को अकाल मृत्यु, दुर्घटनाओं और अन्य अनहोनी घटनाओं से सुरक्षा प्राप्त होती है। जीवन में न्याय, विजय और सफलता प्राप्ति: जो लोग नौकरी, राजनीति, परीक्षा, कोर्ट केस या किसी भी बड़े संघर्ष में जीत प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए यह यज्ञ अति प्रभावशाली माना जाता है।
श्री वाराही देवी मंदिर, देवीधुरा – एक दिव्य शक्तिपीठ भारत में मां वाराही के कुछ ही प्रमुख मंदिर हैं, लेकिन उत्तराखंड के देवीधुरा स्थित “श्री वाराही देवी मंदिर” विशेष रूप से शक्तिशाली माना जाता है। यहां मां वाराही की प्रतिमा इतनी तेजस्वी और ऊर्जावान है कि कोई भी सीधे उनकी आंखों में नहीं देख सकता।
इसी कारण उनकी प्रतिमा कांच और तांबे के विशेष बॉक्स में रखी गई है, ताकि भक्तजन उनके दर्शन कर सकें। मां वाराही युद्ध, प्रतियोगिता, चुनाव या जीवन के किसी भी बड़े संघर्ष में विजय प्राप्त करने के लिए पूजी जाती हैं। महाभारत युद्ध से पहले स्वयं श्रीकृष्ण ने पांडवों को इस मंदिर में यज्ञ करने भेजा था। प्राचीन काल में यहां “बगवाल खेल” नामक परंपरा थी, जिसमें योद्धा अपने खून से मां वाराही को प्रसन्न करते थे, हालांकि अब यह खेल फूलों से खेला जाता है। यहां की परंपराएं समय के साथ बदल गई हैं, लेकिन मां वाराही की शक्ति और भक्तों को संघर्ष से लड़ने की प्रेरणा आज भी वैसी ही बनी हुई है।
Via Veda एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो आपको धार्मिक सेवाओं का लाभ उठाने का अवसर देता है। इसके माध्यम से आप गौसेवा, अन्नदान, और मंदिरों के पुनर्निर्माण में योगदान दे सकते हैं। साथ ही, आप अनुभवी ज्योतिषियों से परामर्श कर कुंडली, अंक ज्योतिष और वास्तु जैसी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
पूजा के दिन मानसिक और शारीरिक शुद्धता का ध्यान रखें, ब्रह्मचर्य का पालन करें और इष्टदेव का स्मरण करें। पूजा की प्रक्रिया के बारे में आपको पहले से सूचित किया जाएगा, और पूजा के बाद इसका रिकॉर्डेड वीडियो आपको भेजा जाएगा।
यदि आपको पूजा से संबंधित अधिक जानकारी चाहिए, तो आप Via Veda के कस्टमर सपोर्ट नंबर +91 96676 33379 पर संपर्क कर सकते हैं। हमारी टीम आपकी हर संभव सहायता के लिए तत्पर है।
Via Veda एक भरोसेमंद मंच है जो आपको घर बैठे पूजा करने का अवसर प्रदान करता है। आपकी पूजा बुकिंग के बाद, योग्य पुजारियों द्वारा शुभ मुहूर्त में अनुष्ठान संपन्न किया जाता है। इसके बाद, आपके दिए गए पते पर प्रसाद और पुजारी जी द्वारा आपके नाम और गोत्र से की गई पूजा का वीडियो आपके रजिस्टर्ड व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
पूजा बुक होने के बाद, हमारी टीम 24 घंटों के अंदर आपसे संपर्क करेगी और आपका नाम, गोत्र आदि की जानकारी लेगी। आप टीम से पूजा से जुड़ी अन्य जानकारियाँ भी प्राप्त कर सकते हैं।
ऑफलाइन और ऑनलाइन पूजा की प्रक्रिया में ज्यादा अंतर नहीं है। दोनों में ही पुजारी आपके नाम और गोत्र से अनुष्ठान करते हैं। अंतर यह है कि ऑफलाइन पूजा में आपको स्वयं मंदिर जाना पड़ता है, जबकि ऑनलाइन पूजा में आप घर बैठे यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। पूजा का रिकॉर्डेड वीडियो आपको बाद में भेज दिया जाएगा।
हाँ, Via Veda द्वारा करवाई गई पूजा के बाद आपको उसका रिकॉर्डेड वीडियो आपके दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।