विष्णु सहस्रनाम पाठ सनातन धर्म की सबसे शक्तिशाली और पूजनीय साधनाओं में से एक है।
इसमें भगवान विष्णु के 1000 दिव्य नामों का उच्चारण किया जाता है, जैसा कि महाभारत के अनुशासन पर्व में वर्णित है।
हर नाम भगवान के किसी विशिष्ट गुण, अवतार या शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है — और भक्त के आंतरिक व बाह्य जीवन को रूपांतरित करने की क्षमता रखता है।
जब यह पवित्र अनुष्ठान चारधामों में से एक — बद्री विशाल की दिव्य उपस्थिति में संपन्न होता है, तो इसकी आध्यात्मिक शक्ति कई गुना बढ़ जाती है।
हिमालय की शांत और शुद्ध ऊर्जा, अलकनंदा नदी की उपस्थिति और बद्रीनाथ की पवित्रता इस पूजा को अलौकिक बना देती है।